बिल्कुल पसंद नहीं मुझे तुम्हारे नाक-नक्श,
न ही बोलने का तुम्हारा अंदाज़,
तुम्हारी आवाज़ कानों में चुभती है,
बेढंगी लगती है तुम्हारी चाल,
उठने-बैठने खाने-पीने का तुम्हारा तरीका,
तुम्हारा हंसना, तुम्हारा रोना,
कुछ भी नहीं सुहाता मुझे.
बात-बात पर मुझसे चिपकने की तुम्हारी कोशिश,
हर वक्त मेरा ध्यान खींचने की तुम्हारी ललक,
बहुत नागवार गुज़रती है मुझे.
फिर भी मैं चुप रहूँगा,
कभी नहीं ज़ाहिर करूँगा
अपने मन की बात,
क्योंकि मैं जानता हूँ
कि तमाम कमियों के बावज़ूद
तुम मुझसे बहुत प्यार करती हो.
सब कुछ सह सकता हूँ मैं,
पर नहीं बर्दाश्त कर सकता
उस प्यार का खो जाना
जो तुम्हारे दिल में मेरे लिए है.
न ही बोलने का तुम्हारा अंदाज़,
तुम्हारी आवाज़ कानों में चुभती है,
बेढंगी लगती है तुम्हारी चाल,
उठने-बैठने खाने-पीने का तुम्हारा तरीका,
तुम्हारा हंसना, तुम्हारा रोना,
कुछ भी नहीं सुहाता मुझे.
बात-बात पर मुझसे चिपकने की तुम्हारी कोशिश,
हर वक्त मेरा ध्यान खींचने की तुम्हारी ललक,
बहुत नागवार गुज़रती है मुझे.
फिर भी मैं चुप रहूँगा,
कभी नहीं ज़ाहिर करूँगा
अपने मन की बात,
क्योंकि मैं जानता हूँ
कि तमाम कमियों के बावज़ूद
तुम मुझसे बहुत प्यार करती हो.
सब कुछ सह सकता हूँ मैं,
पर नहीं बर्दाश्त कर सकता
उस प्यार का खो जाना
जो तुम्हारे दिल में मेरे लिए है.
बहुत सुन्दर...............
जवाब देंहटाएंप्यार को खोने से बड़ा डर क्या होगा....और वो भी उसका जिसे हम भी चाहते हैं तमाम कमियों के बावजूद...
अनु
बहुत सही
जवाब देंहटाएंप्यार एक ऐसी अमूल्य सम्पदा है जिसे किसी भी हालात में नहीं खोना चाहिए ...
किसी के दिल में यदि आपके लिए इतना प्यार बस रहा है, ये तो आपकी खुशनसीबी है !
सादर !
भावो को संजोये रचना......
जवाब देंहटाएंसच्चा प्यार वही है, जो हो दिल के पास
जवाब देंहटाएंजगह तुम्हारे लिएहो,उसके दिल में खास,,,,,
अच्छी प्रस्तुति,,ओंकार जी,,,,,
प्यार की कद्र करना सीखना हो तो यह रचना पढ़नी चाहिए ॥बहुत सुंदर
जवाब देंहटाएंबहुत खूब ... इस प्यार की कद्र जरूरी है ... नहीं तो जीवन रीत जाता है ...
जवाब देंहटाएंइसी को प्यार कहते हैं....
जवाब देंहटाएंप्यार पाने को दुनिया में तरसे सभी, प्यार पाकर के हर्षित हुए है सभी
जवाब देंहटाएंप्यार से मिट गए सारे शिकबे गले ,प्यारी बातों पर हमको ऐतबार है
बहुत सराहनीय प्रस्तुति.
बहुत सुंदर बात कही है इन पंक्तियों में. दिल को छू गयी. आभार !
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कुछ ना हो बस प्यार हो तो जिंदगी संवर जाती है। कुछ न होने का एहसास भी खत्म हो जाता है।..सुंदर भाव।
जवाब देंहटाएंसब कुछ सह सकता हूँ मैं,
जवाब देंहटाएंपर नहीं बर्दाश्त कर सकता
उस प्यार का खो जाना
जो तुम्हारे दिल में मेरे लिए है.
....प्यार केवल प्यार के अलावा कुछ नहीं देखता...प्यार की कद्र करना भी प्यार है ..बहुत सुन्दर..
कहते भी हैं कि प्यार उससे करो जो तुमसे करता है. तमाम अवगुणों है लेकिन उसके मन में प्रेम है और ये सबसे बड़ा गुण है. सुन्दर प्रेरक रचना, बधाई.
जवाब देंहटाएंShri Onkarji,
जवाब देंहटाएं"सब कुछ सह सकता हूँ मैं,पर नहीं बर्दाश्त कर सकता
उस प्यार का खो जाना जो तुम्हारे दिल में मेरे लिए है|"
Very-Very Very Nice. Thanks 4 sharing.