वह औरत जो गुम हो गई मेरी यादों से,
चौखट पर मेरी राह तकती होगी.
सुधर रही है मेरी तबीयत रफ़्ता-रफ़्ता,
उसकी नींद फिर भी उचटती होगी.
मेरी आवाज़ सुनने की ख्वाहिश में,
वह फ़ोन के इर्द-गिर्द टहलती होगी.
यह सोचकर कि मैं परेशां न हो जाऊं,
अपना दर्द वह दबाकर रखती होगी.
सुबह की गाड़ी से मेरा आना सुनकर,
वह रातभर करवटें बदलती होगी.
रास आ गई है मुझको परदेस की फ़िज़ां,
मेरी याद में वह गाँव में सिसकती होगी.
चौखट पर मेरी राह तकती होगी.
सुधर रही है मेरी तबीयत रफ़्ता-रफ़्ता,
उसकी नींद फिर भी उचटती होगी.
मेरी आवाज़ सुनने की ख्वाहिश में,
वह फ़ोन के इर्द-गिर्द टहलती होगी.
यह सोचकर कि मैं परेशां न हो जाऊं,
अपना दर्द वह दबाकर रखती होगी.
सुबह की गाड़ी से मेरा आना सुनकर,
वह रातभर करवटें बदलती होगी.
रास आ गई है मुझको परदेस की फ़िज़ां,
मेरी याद में वह गाँव में सिसकती होगी.