बहुत दिन हो गए,
चलो, एक बार फिर
तुम्हारा हाथ मरोड़ दूं,
बस उतना ही
कि तुम्हें दर्द न हो,
पर तुम दर्द होने का
नाटक कर सको.
मैं तुरंत छोड़ दूं तुम्हारा हाथ
और तुम नाटक कर सको
मुझसे रूठ जाने का.
मैं तुम्हें मनाऊँ
और तुम नाटक करो
न मानने का.
तुम्हारे रूठे रहने पर
मैं तुमसे रूठने का नाटक करूँ
और घबराकर तुम मुझे मनाओ.
बचपना क्या छोड़ा
अजनबी हो गए हम,
चलो, कुछ बचकानी हरकतें करें,
थोड़ा-सा नाटक करें,
साथ-साथ चलने के लिए
थोड़ा बचपना, थोड़ा नाटक
बहुत ज़रुरी है.
चलो, एक बार फिर
तुम्हारा हाथ मरोड़ दूं,
बस उतना ही
कि तुम्हें दर्द न हो,
पर तुम दर्द होने का
नाटक कर सको.
मैं तुरंत छोड़ दूं तुम्हारा हाथ
और तुम नाटक कर सको
मुझसे रूठ जाने का.
मैं तुम्हें मनाऊँ
और तुम नाटक करो
न मानने का.
तुम्हारे रूठे रहने पर
मैं तुमसे रूठने का नाटक करूँ
और घबराकर तुम मुझे मनाओ.
बचपना क्या छोड़ा
अजनबी हो गए हम,
चलो, कुछ बचकानी हरकतें करें,
थोड़ा-सा नाटक करें,
साथ-साथ चलने के लिए
थोड़ा बचपना, थोड़ा नाटक
बहुत ज़रुरी है.