कई दिनों से लगातार
सिसक रहा है पुराना साल,
सुन रहा है नए साल के
आने की आहट.
सोच रहा है कि काश
उसे समय मिल जाय,
अपनी छाप छोड़ दे वह,
गुज़रे सालों के अम्बार में
कुछ अलग नज़र आए वह,
एक-एक कर वे सारे काम कर जाए,
जो उसने तब सोचे थे
जब वह पुराना नहीं,
नया साल था.
सुनो,पुराने साल,
यह तो तुम भी जानते हो
कि बेफ़िक्री में बिताया तुमने पूरा जीवन,
कुछ नहीं कर पाए तुम,
क्योंकि करने का प्रयास ही नहीं किया,
अब रोने से क्या फ़ायदा?
तुम कुछ भी कर लो,
कितना भी गिड़गिड़ा लो,
जाना तो तुम्हें होगा ही,
पल भर की मोहलत भी
नहीं मिलनेवाली तुम्हें,
ऐसा ही होता है,
यही नियम है,
यही सच है.
पुराने साल, उठो,
अब भी कुछ कर लो,
थोड़ा समय तुम्हारे पास
अब भी शेष है,
कुछ नहीं करने से तो अच्छा है
कि जाते-जाते कुछ कर जाओ.
सिसक रहा है पुराना साल,
सुन रहा है नए साल के
आने की आहट.
सोच रहा है कि काश
उसे समय मिल जाय,
अपनी छाप छोड़ दे वह,
गुज़रे सालों के अम्बार में
कुछ अलग नज़र आए वह,
एक-एक कर वे सारे काम कर जाए,
जो उसने तब सोचे थे
जब वह पुराना नहीं,
नया साल था.
सुनो,पुराने साल,
यह तो तुम भी जानते हो
कि बेफ़िक्री में बिताया तुमने पूरा जीवन,
कुछ नहीं कर पाए तुम,
क्योंकि करने का प्रयास ही नहीं किया,
अब रोने से क्या फ़ायदा?
तुम कुछ भी कर लो,
कितना भी गिड़गिड़ा लो,
जाना तो तुम्हें होगा ही,
पल भर की मोहलत भी
नहीं मिलनेवाली तुम्हें,
ऐसा ही होता है,
यही नियम है,
यही सच है.
पुराने साल, उठो,
अब भी कुछ कर लो,
थोड़ा समय तुम्हारे पास
अब भी शेष है,
कुछ नहीं करने से तो अच्छा है
कि जाते-जाते कुछ कर जाओ.