मैं जब नफ़रत की बात करता हूँ,
तो सारे कान खड़े हो जाते हैं,
पर जब प्यार की बात करता हूँ,
तो किसी को कुछ नहीं सुनता.
किसी का ख़ून बहाना हो,
तो भीड़ जमा हो जाती है,
किसी की जान बचानी हो,
तो मैं अकेला रह जाता हूँ.
किसी को दूर करना हो,
तो एक पल भी नहीं लगता,
किसी को गले लगाना हो,
तो सालों बीत जाते हैं.
यह दुनिया भी अजीब दुनिया है,
दुःख के पीछे दौड़ती है
और जो सामने खड़ा है,
उस सुख के लिए तरसती है.