इंसान हो,तो साबित करो,
कहने से क्या होता है?
दूसरों के दुःख से
दुखी होकर दिखाओ,
दूसरों के आँसुओं से
पिघलकर दिखाओ.
दूसरों की कामयाबी पर
ख़ुश होकर दिखाओ,
जो हार चुके हैं सर्वस्व,
उन्हें गले लगाकर दिखाओ.
भूखे की रोटी,
प्यासे का पानी,
नंगे का कपड़ा,
बेघर का घर बन के दिखाओ.
किसी बेजान दिल की
धड़कन बन के दिखाओ,
गहरे अँधेरे में
दिया बन के दिखाओ,
घनघोर जंगल में
पगडंडी बन के दिखाओ.
इंसान हो तो साबित करो,
कहते तो सभी हैं,
कहने से क्या होता है?