२३.गृहिणी
सुबह से शाम तक जुटी रहती है गृहिणी,
चौका-चूल्हा,झाड़ू-पोंछा,खेत-खलिहान,
हर जगह पिली रहती है गृहिणी.
खाना कम, डांट ज्यादा खाती है गृहिणी,
बात-बात पर झिड़की,अपमान अनदेखी,
मर-मर कर जीती रहती है गृहिणी.
सब कुछ चुपचाप सहती है गृहिणी,
देखकर अनदेखा,सुनकर अनसुना,
बस मन ही मन उबलती है गृहिणी.
गृहिणी को पसंद है ओखली-मूसल, सिलबट्टा,
कूट डालती है अन्दर का सारा गुस्सा,
पीस डालती है सारी टीस चटनी के साथ
तैयार हो जाती है अगले दिन के लिए गृहिणी.
सुबह से शाम तक जुटी रहती है गृहिणी,
चौका-चूल्हा,झाड़ू-पोंछा,खेत-खलिहान,
हर जगह पिली रहती है गृहिणी.
खाना कम, डांट ज्यादा खाती है गृहिणी,
बात-बात पर झिड़की,अपमान अनदेखी,
मर-मर कर जीती रहती है गृहिणी.
सब कुछ चुपचाप सहती है गृहिणी,
देखकर अनदेखा,सुनकर अनसुना,
बस मन ही मन उबलती है गृहिणी.
गृहिणी को पसंद है ओखली-मूसल, सिलबट्टा,
कूट डालती है अन्दर का सारा गुस्सा,
पीस डालती है सारी टीस चटनी के साथ
तैयार हो जाती है अगले दिन के लिए गृहिणी.
गृहिणी को पसंद है ओखली-मूसल, सिलबट्टा,
जवाब देंहटाएंकूट डालती है अन्दर का सारा गुस्सा,
पीस डालती है सारी टीस चटनी के साथ
तैयार हो जाती है अगले दिन के लिए गृहिणी.
सटीक भावभिव्यक्ति
गृहिणी को पसंद है ओखली-मूसल, सिलबट्टा,
जवाब देंहटाएंकूट डालती है अन्दर का सारा गुस्सा,
पीस डालती है सारी टीस चटनी के साथ
तैयार हो जाती है अगले दिन के लिए गृहिणी.
....बहुत सटीक और सुंदर प्रस्तुति...
तैयार होने में ही तो बहुत कुछ छुपा है ...
जवाब देंहटाएंसच कहा....मगर कई सकारात्मक पहलु भी हैं गृहिणी के....
जवाब देंहटाएंअच्छी रचना..
बधाई.
yadi aap mere dwara sampadit kavy sangrah mein shamil hona chahte hain to sampark karen
जवाब देंहटाएंrasprabha@gmail.com
बेहतरीन भाव ..
जवाब देंहटाएंअति उत्तम,सराहनीय प्रस्तुति,सुंदर रचना के लिए बधाई ....
जवाब देंहटाएंNEW POST काव्यान्जलि ...: चिंगारी...
सुन्दर सृजन , बधाई.
जवाब देंहटाएंमेरे ब्लॉग meri kavitayen की नवीनतम प्रविष्टि पर आप सादर आमंत्रित हैं.
सुन्दर प्रस्तुति.
जवाब देंहटाएंपर सब ग्रहणी एक् सी कहाँ होतीं हैं.
आपके ब्लॉग पर पहली दफा आया हूँ.
बहुत अच्छा लगा आपको पढकर.
मेरे ब्लॉग पर आपका हार्दिक स्वागत है.
आपकी किसी नयी -पुरानी पोस्ट की हल चल बृहस्पतिवार 01-03 -2012 को यहाँ भी है
जवाब देंहटाएं..शहीद कब वतन से आदाब मांगता है .. नयी पुरानी हलचल में .