मैं तलाश में हूँ
कि कहीं से थोड़ा
दर्द मिल जाय.
न उनसे दर्द मिला,
जिनका धर्म अलग है,
न उनसे जिनकी जाति.
उनसे भी सुख ही मिला,
जिनका रंग अलग है,
भाषा भिन्न है.
नीरस हो गई है ज़िन्दगी,
अतिरेक हो गया है सुख का,
जीने के लिए अब दर्द ज़रूरी है.
थक गया हूँ मैं
दर्द खोजते-खोजते,
कोई मुझे सही-सही बताए
कि आख़िर दर्द कहाँ रहता है.
कि कहीं से थोड़ा
दर्द मिल जाय.
न उनसे दर्द मिला,
जिनका धर्म अलग है,
न उनसे जिनकी जाति.
उनसे भी सुख ही मिला,
जिनका रंग अलग है,
भाषा भिन्न है.
नीरस हो गई है ज़िन्दगी,
अतिरेक हो गया है सुख का,
जीने के लिए अब दर्द ज़रूरी है.
थक गया हूँ मैं
दर्द खोजते-खोजते,
कोई मुझे सही-सही बताए
कि आख़िर दर्द कहाँ रहता है.
जवाब देंहटाएंजय मां हाटेशवरी.......
आप को बताते हुए हर्ष हो रहा है......
आप की इस रचना का लिंक भी......
01/03/2020 रविवार को......
पांच लिंकों का आनंद ब्लौग पर.....
शामिल किया गया है.....
आप भी इस हलचल में. .....
सादर आमंत्रित है......
अधिक जानकारी के लिये ब्लौग का लिंक:
http s://www.halchalwith5links.blogspot.com
धन्यवाद
वाह!!! बहुत सुंदर।
जवाब देंहटाएंथक गया हूँ मैं
जवाब देंहटाएंदर्द खोजते-खोजते,
कोई मुझे सही-सही बताए
कि आख़िर दर्द कहाँ रहता है.
गहन भावों को समेटे हुए सुन्दर प्रस्तुति
जी नमस्ते,
जवाब देंहटाएंआपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा सोमवार (02-03-2020) को 'सजा कैसा बाज़ार है?' (चर्चाअंक-3628) पर भी होगी।
आप भी सादर आमंत्रित हैं।
*****
रवीन्द्र सिंह यादव
वाह!!!
जवाब देंहटाएंकुछ हटकर ...
बहुत सुन्दर।
बहुत सुंदर प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंबेहतरीन,सुंदर रचना।
जवाब देंहटाएंउम्दा लिखावट ऐसी लाइने बहुत कम पढने के लिए मिलती है धन्यवाद् Aadharseloan (आप सभी के लिए बेहतरीन आर्टिकल संग्रह जिसकी मदद से ले सकते है आप घर बैठे लोन) Aadharseloan
जवाब देंहटाएंबहुत ही उम्दा लिखावट , बहुत ही सुंदर और सटीक तरह से जानकारी दी है आपने ,उम्मीद है आगे भी इसी तरह से बेहतरीन article मिलते रहेंगे Best Whatsapp status 2020 (आप सभी के लिए बेहतरीन शायरी और Whatsapp स्टेटस संग्रह) Janvi Pathak
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