आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल रविवार (25-10-2020) को "विजयादशमी विजय का, है पावन त्यौहार" (चर्चा अंक- 3865) पर भी होगी। -- सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है। -- विजयादशमी (दशहरा) की हार्दिक शुभकामनाओं के साथ। -- सादर...! डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' --
हा..!😯
जवाब देंहटाएंआपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल रविवार (25-10-2020) को "विजयादशमी विजय का, है पावन त्यौहार" (चर्चा अंक- 3865) पर भी होगी।
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सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
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विजयादशमी (दशहरा) की
हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
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सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
--
दूर मैदान में खड़ा
जवाब देंहटाएंअट्टहास कर रहा है रावण,
मुझे डर है
कि इस बार दशहरे में
कहीं वह बच न जाय.
कोविड के रूप में फैला है विश्व भर में वह...
बहुत सुन्दर।
विजयोत्सव की हार्दिक बधाई
जवाब देंहटाएंइस भयावह काल में अगर राम रावण दुर्गा काली की बात बची हुई है तो अब चिंतन के लिए भी कुछ नहीं बचा है
वाह
जवाब देंहटाएंवाह बहुत सुंदर
जवाब देंहटाएंविजयादशमी की हार्दिक शुभकामनाएँ ओंकार जी, कोरोना काल में रावण के बचे रह जाने की आशंका को...बहुत खूब लिखा आपने ।
जवाब देंहटाएंमुझे डर है
जवाब देंहटाएंकि इस बार दशहरे में
कहीं वह बच न जाय.सुन्दर व सत्य को उजागर करती रचना। विजयादशमी की असंख्य शुभकामनाएं - - नमन सह।
दूर मैदान में खड़ा
जवाब देंहटाएंअट्टहास कर रहा है रावण,
मुझे डर है
कि इस बार दशहरे में
कहीं वह बच न जाय...
चिंतन परक सृजन..विजयादशमी की हार्दिक शुभकामनाएँ ।
सुन्दर सृजन। मुझे मानव की जिजीविषा पर भरोसा है वह ऐसे रावणों का सामना करता आया है। आगे भी करता आएगा। आभार।
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