मैं निकल पड़ा हूँ
ख़ाली पेट,पैदल
हज़ारों मील की यात्रा पर,
मुझे गाँव पहुँचना है.
मैंने सुना है
कि चलना सेहत के लिए
बहुत अच्छा है,
यह भी सुना है
कि व्रत रखना
पेट के लिए अच्छा है.
शायद इस यात्रा में
मैं गाँव पहुँच जाऊँ,
मेरी सेहत भी सुधर जाए,
आप ही कहिए
मैं सही सोच रहा हूँ न?
ख़ाली पेट,पैदल
हज़ारों मील की यात्रा पर,
मुझे गाँव पहुँचना है.
मैंने सुना है
कि चलना सेहत के लिए
बहुत अच्छा है,
यह भी सुना है
कि व्रत रखना
पेट के लिए अच्छा है.
शायद इस यात्रा में
मैं गाँव पहुँच जाऊँ,
मेरी सेहत भी सुधर जाए,
आप ही कहिए
मैं सही सोच रहा हूँ न?
वाह! बहुत बढ़िया व्यंग्य देश की सेहत पर वेदना को समेटे हुए!
जवाब देंहटाएंसार्थक और विचारणीय प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएंचिन्तनपरक सृजन ।
जवाब देंहटाएंवाह
जवाब देंहटाएं
जवाब देंहटाएंजय मां हाटेशवरी.......
आप को बताते हुए हर्ष हो रहा है......
आप की इस रचना का लिंक भी......
07/06/2020 रविवार को......
पांच लिंकों का आनंद ब्लौग पर.....
शामिल किया गया है.....
आप भी इस हलचल में. .....
सादर आमंत्रित है......
अधिक जानकारी के लिये ब्लौग का लिंक:
https://www.halchalwith5links.blogspot.com
धन्यवाद
बड़ी बात इतने सहज शब्दों🙏
जवाब देंहटाएंवाह!ओंकार जी ,बहुत खूब!
जवाब देंहटाएंमैंने सुना है
जवाब देंहटाएंकि चलना सेहत के लिए
बहुत अच्छा है,
यह भी सुना है
कि व्रत रखना
पेट के लिए अच्छा है. बहुत ही करारा व्यंग।
वाकई बहुत सुंदर
जवाब देंहटाएंआपने वाकई detail में इसे बताया आपका धन्यवाद् लगभग कुछ घंटो के बाद मिला यहाँ सही जानकारी,अभी तक बहुत ही आसानी से बहुत ये सवालो का जवाब मुझे मिला है यहाँ , हिंदी में पढने वालो के लिए वाकई बेहतरीन ब्लॉग ! धन्यवाद सर जी
Appsguruji (आप सभी के लिए बेहतरीन आर्टिकल संग्रह) Navin Bhardwaj