अस्पताल का डॉक्टर
हमेशा कहता था
कि मैं उसके लिए
बस एक मरीज़ हूँ,
न इससे ज़्यादा,
न इससे कम.
वह हमेशा कहता था
कि उसे बस रोग दिखता है,
रोगी नहीं,
डॉक्टर का काम है
बस इलाज करना,
वर्जित है उसके लिए
रोगी से कोई लगाव.
अस्पताल का डॉक्टर
हमेशा यही कहता था,
क्योंकि वह ख़ुद से डरता था,
वह जानता था
कि डॉक्टर भी इंसान होते हैं.
सुंदर रचना....
जवाब देंहटाएंबहुत ही गहरी बात कही आपने सर
जवाब देंहटाएंसटीक सजीव संदर्भ उठाया आपने ओंकार जी ।सार्थक रचना ।
जवाब देंहटाएंसटीक सुंदर।
जवाब देंहटाएंसुंदर, सार्थक रचना !........
जवाब देंहटाएंब्लॉग पर आपका स्वागत है।
बहुत सुन्दर सृजन
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