थोड़ी देर के लिए
वह कहीं चला क्या गया,
लौटकर आया तो देखा,
उसका शरीर ग़ायब था,
फूँक दिया गया था उसे,
राख बन चुका था वह.
अब उसके पास कोई चारा नहीं था
सिवाय इसके कि वह मर जाए.
जब थोड़ी देर के लिए जाना था तो किसी को बता कर जाना था न
चिन्तनपरक सृजन ।
चिंतनपूर्ण अभिव्यक्ति ।
बहुत ही सुंदर Free me Download krein: Mahadev Photo | महादेव फोटो
जब थोड़ी देर के लिए जाना था तो किसी को बता कर जाना था न
जवाब देंहटाएंचिन्तनपरक सृजन ।
जवाब देंहटाएंचिंतनपूर्ण अभिव्यक्ति ।
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुंदर
जवाब देंहटाएंFree me Download krein: Mahadev Photo | महादेव फोटो