आजकल परेशान हूँ मैं,
नींद नहीं आती मुझे,
इधर से उधर करवटें बदलते
पूरी रात गुज़र जाती है,
सपने देखे तो जैसे
मुझे एक अरसा हो गया.
मुसीबत में हूँ मैं इन दिनों,
नींद नहीं आती, तो सपने नहीं आते
और सपने न देखूं,तो नींद नहीं आती.
सुंदर सटीक अभिव्यक्ति ।
बहुत सुन्दर सृजन
जी नमस्ते ,आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल गुरुवार(२१-१०-२०२१) को 'गिलहरी का पुल'(चर्चा अंक-४२२४) पर भी होगी।आप भी सादर आमंत्रित है। सादर
क्या बात बहुत खूब
वाह
बहुत ही सुंदर ! नींद और सपने, सपने और नींद ! एक के बिना दूसरे का अस्तित्व ही नहीं !आपकी परेशानी जल्द दूर हो यही कामना है !
वाह , बहुत खूब !
नींद नहीं तो सपने कहाँ ...और सपने ही नहीं तो नींद भी कहाँ...अति सुन्दर।
मुसीबत में हूँ मैं इन दिनों,नींद नहीं आती, तो सपने नहीं आते और सपने न देखूं,तो नींद नहीं आती. बहुत ही सुंदर Free me Download krein: Mahadev Photo | महादेव फोटो
सुंदर सटीक अभिव्यक्ति ।
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर सृजन
जवाब देंहटाएंजी नमस्ते ,
जवाब देंहटाएंआपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल गुरुवार(२१-१०-२०२१) को
'गिलहरी का पुल'(चर्चा अंक-४२२४) पर भी होगी।
आप भी सादर आमंत्रित है।
सादर
क्या बात
जवाब देंहटाएंबहुत खूब
वाह
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुंदर ! नींद और सपने, सपने और नींद ! एक के बिना दूसरे का अस्तित्व ही नहीं !
जवाब देंहटाएंआपकी परेशानी जल्द दूर हो यही कामना है !
वाह , बहुत खूब !
जवाब देंहटाएंनींद नहीं तो सपने कहाँ ...और सपने ही नहीं तो नींद भी कहाँ...
जवाब देंहटाएंअति सुन्दर।
मुसीबत में हूँ मैं इन दिनों,
जवाब देंहटाएंनींद नहीं आती, तो सपने नहीं आते
और सपने न देखूं,तो नींद नहीं आती.
बहुत ही सुंदर
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