कभी-कभी मैं सोचता हूँ
कि तुममें ऐसा क्या है,
जो चाहने लायक हो.
तुम्हारा गुस्सा,
तुम्हारा लालच,
तुम्हारा ओछापन,
तुम्हारी संवेदनहीनता -
कौन सा ऐसा ऐब है,
जो तुममें नहीं है?
फिर भी न जाने क्यों,
तुम मुझे बहुत पसंद हो,
सबसे ज़्यादा पसंद,
पर मुझे यह बात
बिल्कुल पसंद नहीं
कि मैंने बिना वजह तुम्हें
इतना पसंद किया.
बहुत सुंदर हृदयस्पर्शी सृजन
जवाब देंहटाएंबेहद सुन्दर सृजन ।
जवाब देंहटाएंबिना वजह क्यों .... ज़रूर वजह रही होगी पसंद करने की ।
जवाब देंहटाएं