उतना नहीं डरता,
जितना उसके
सिसकने से डरता हूँ.
रोने को दबाने से
सिसकी निकलती है,
सिसकनेवाला आदमी
ख़तरनाक हो सकता है,
दूसरों के लिए भी
और अपने लिए भी.
सिसकनेवाले आदमी को
रोने के लिए उकसाना
जनहित का काम है.
बहुत ख़ूब
वाह! गहरा अर्थ!!!
बेहतरीन।
बहुत ही अच्छी, नमन
बहुत खूब ओंकार जी, मन को छू गयी ये भावपूर्ण अभिव्यक्ति!!
ओह , कितनी भावुकता भर दी है ... तीक्ष्ण अवलोकन .. वाकई सिसकने वाला व्यक्ति बहुत घुट कर रोता है .... मर्म स्पर्शी रचना ...
सार्थक सृजन।
गहरा अर्थ ... बेहद भावपूर्ण ...
बहुत ख़ूब
जवाब देंहटाएंवाह! गहरा अर्थ!!!
जवाब देंहटाएंबेहतरीन।
जवाब देंहटाएंबहुत ही अच्छी, नमन
जवाब देंहटाएंबहुत खूब ओंकार जी,
जवाब देंहटाएंमन को छू गयी ये भावपूर्ण अभिव्यक्ति!!
ओह , कितनी भावुकता भर दी है ... तीक्ष्ण अवलोकन .. वाकई सिसकने वाला व्यक्ति बहुत घुट कर रोता है ....
जवाब देंहटाएंमर्म स्पर्शी रचना ...
सार्थक सृजन।
जवाब देंहटाएंगहरा अर्थ ... बेहद भावपूर्ण ...
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