तितली के पीछे मत भागो,
उसे दूर से देखो,
अगर वह डर गई,
तो पर होते हुए भी
उड़ नहीं पाएगी.
अगर भागना ही है,
तो भाग लो उसके पीछे,
पर उसे पकड़ना नहीं,
बहुत नाज़ुक है वह,
चोट न लग जाए उसे.
अगर पकड़ भी लो,
तो छोड़ देना उसे,
एक छोटी-सी तितली को
क़ैद में रखकर
तुम्हें क्या मिलेगा?
उसकी जगह
तुम्हारी मुठ्ठी में नहीं,
फूलों की पंखुड़ियों पर है.
सरल और सुंदर शब्दों में गहरा संदेश देती रचना
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुंदर रचना😍💓
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर भाव ।
जवाब देंहटाएंआदरणीय ओंकार जी ! प्रणाम !
जवाब देंहटाएंतितलियों और प्रकृति को समर्पित सुन्दर रचना
श्रेष्ठ रचना के लिए बहुत अभिनन्दन !
आपको शिवरात्रि महापर्व की अनेक शुभकामनाये !
हर हर महादेव !