top hindi blogs

शनिवार, 8 जुलाई 2017

२६७. घास


क्या आपने बारिश के बाद 
कभी घास की खुशबू महसूस की है?
वैसे तो घास जैसी भी हो,
उसकी अपनी महक होती है,
पीली पड़ गई सूखी घास भी 
बहुत खुशबू बिखेरती है,
बस ज़रूरत इस बात की है 
कि उसे घास न समझा जाय.

अगर घास की ओर देखने का 
हमारा नज़रिया बदल जाय,
तो अनाज में जितनी महक होती है,
घास में उससे कम नहीं होती.

महाराणा प्रताप ने घास की रोटी 
कभी मजबूरी में खाई थी,
पर मजबूरी न भी हो,
तो भी घास की रोटी का 
अपना अलग स्वाद होता होगा,
जैसे उसकी अलग खुशबू होती है.

7 टिप्‍पणियां:

  1. वाह

    घास के लिए आपने अलग अंदाज़ से सोचा
    सुंदर रचना

    जवाब देंहटाएं
  2. बहुत सुंदर , प्रकृति की हर शय में खूबसूरती होती है।

    जवाब देंहटाएं
  3. घास का सम्बन्ध भी गहरा है इंसान से ...

    जवाब देंहटाएं
  4. घास इस धरती का मूल वस्त्र है सबसे पहला आवरण .

    जवाब देंहटाएं