top hindi blogs

गुरुवार, 1 जून 2023

७१६. हम जल्दी बड़े हो रहे हैं

 


उम्र कम हो,

तो मांगें भी छोटी होती हैं,

पूरी न हों,

तो थोड़ी देर का रोना-धोना,

फिर सब कुछ भूल जाना. 


उम्र बढ़ती है,

तो बड़ी होने लगती हैं मांगें,

पूरी न हों,

तो दुःख से बेहाल हो जाना,

आसान नहीं रहता भूल पाना. 


पता नहीं क्या,

पर कुछ तो हुआ है 

कि बहुत जल्दी बड़े हो रहे हैं 

हम सब इन दिनों. 



3 टिप्‍पणियां:

  1. अहा!
    कितनी बड़ी सच्चाई इतनेवकम शब्दों में।
    सुंदर कृति

    जवाब देंहटाएं
  2. वाक़ई आजकल बच्चे जन्म लेते ही अमांजान और गूगल बाबा की शरण में जो आ जाते हैं

    जवाब देंहटाएं
  3. पता नहीं क्या,
    पर कुछ तो हुआ है
    कि बहुत जल्दी बड़े हो रहे हैं
    हम सब इन दिनों.
    सौ फ़ीसदी सच ।अति सुन्दर सृजन ।

    जवाब देंहटाएं