मत करो रास्तों को समतल,
इन्हें ऊबड़-खाबड़ ही रहने दो.
सीधे-सपाट रास्तों पर चलकर
चलने का मज़ा नहीं आता,
रास्ते टेढ़े-मेढ़े, ऊंचे-नीचे हों,
कहीं गड्ढे,कहीं कंकड़,कहीं कांटे हों,
तो लगता है, चल रहे हैं.
सीधे-सपाट रास्तों पर चलकर
सुस्ती महसूस होती है,
छायादार पेड़ के नीचे बैठकर
पलकें झपकाने का मन होता है,
चलना मुश्किल हो जाता है.
अच्छा तो यही है कि
ऊबड़-खाबड़ रास्ते भी न हों,
मंजिल तक भले न पंहुचें,
रास्ता बनाने की कला तो सीखें.
मंजिल तक पंहुचने के लिए,
वहाँ तक राह बनाने के लिए
या फिर चलने की खुशी के लिए
ज़रुरी है कि रास्ते ऊबड़-खाबड़ हों
या फिर बिल्कुल न हों.
इन्हें ऊबड़-खाबड़ ही रहने दो.
सीधे-सपाट रास्तों पर चलकर
चलने का मज़ा नहीं आता,
रास्ते टेढ़े-मेढ़े, ऊंचे-नीचे हों,
कहीं गड्ढे,कहीं कंकड़,कहीं कांटे हों,
तो लगता है, चल रहे हैं.
सीधे-सपाट रास्तों पर चलकर
सुस्ती महसूस होती है,
छायादार पेड़ के नीचे बैठकर
पलकें झपकाने का मन होता है,
चलना मुश्किल हो जाता है.
अच्छा तो यही है कि
ऊबड़-खाबड़ रास्ते भी न हों,
मंजिल तक भले न पंहुचें,
रास्ता बनाने की कला तो सीखें.
मंजिल तक पंहुचने के लिए,
वहाँ तक राह बनाने के लिए
या फिर चलने की खुशी के लिए
ज़रुरी है कि रास्ते ऊबड़-खाबड़ हों
या फिर बिल्कुल न हों.
वाह !!! बहुत सुंदर रचना,,,
जवाब देंहटाएंRECENT POST : पाँच( दोहे )
बढ़िया है भाई ओंकार-
जवाब देंहटाएंबधाई-
अच्छी अभिव्यक्ति !!!
जवाब देंहटाएंरास्ते टेढ़े-मेढ़े, ऊंचे-नीचे हों,
कहीं गड्ढे,कहीं कंकड़,कहीं कांटे हों,
तो लगता है, चल रहे हैं...
अच्छा तो यही है कि
ऊबड़-खाबड़ रास्ते भी न हों,
मंज़िल तक भले न पहुंचें,
रास्ता बनाने की कला तो सीखें...
वाह वाऽहऽऽ…!
आदरणीय बंधुवर ओंकार जी
बहुत प्रेरणादायिनी रचना है आपकी...
साधुवाद ! आभार !!
❣हार्दिक मंगलकामनाओं सहित...❣
-राजेन्द्र स्वर्णकार
मंजिल तक पंहुचने के लिए,
जवाब देंहटाएंवहाँ तक राह बनाने के लिए
या फिर चलने की खुशी के लिए
ज़रुरी है कि रास्ते ऊबड़-खाबड़ हों
या फिर बिल्कुल न हों.
...अपने बनाए रास्तों पर चलने का आनंद कुछ और ही होता है...बहुत प्रभावी और प्रेरक रचना..
एक शेर याद आ गया ...
जवाब देंहटाएंबेतजुस-सुस् आ गई मंजिल अगर जेरे कदम
दिल में मेरे जुस्तजू का होंसला रह जाएगा ...
लाजवाब है ये रचना बहुत ही ...
बढ़िया प्रस्तुति-
आभार आदरणीय-
ati uttam ... :) apki rachanyo ne dil jeet liya .. sadar naman
जवाब देंहटाएं