रविवार, 17 अक्तूबर 2021

६११. मृत्यु



थोड़ी देर के लिए 

वह कहीं चला क्या गया,

लौटकर आया तो देखा,

उसका शरीर ग़ायब था,

फूँक दिया गया था उसे,

राख बन चुका था वह. 


अब उसके पास कोई चारा नहीं था 

सिवाय इसके कि वह मर जाए. 


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