सोमवार, 27 जनवरी 2020

४००.सौदा

आओ,बाज़ार चलें,
थोड़े आदमी ख़रीदें,
कुछ को प्यार से ख़रीद लेंगे,
कुछ को पैसे से,
कुछ डरकर बिक जाएंगे.

कुछ को ख़रीदने के लिए 
आश्वासन ही काफ़ी होगा,
कुछ ऐसे भी मिलेंगे, 
जो बेमोल बिक जाएंगे.

आज सौदा ज़रूर करेंगे,
भाव ऊंचे रहे तो भी,
किसी को ख़रीद नहीं पाए,
तो ख़ुद को ही बेच आएँगे.

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