गुरुवार, 15 अगस्त 2019

३७५. पतंग

Kite, Fly, Wind, Fun, Kite, Kite, Kite

दुकानों में सजी पतंगें 
बहुत ललचाती हैं,
पर उनसे ज़्यादा ललचाती हैं 
वे पतंगें,जो कट जाती हैं.

ऐसी पतंगों के पीछे 
लोग पागल हो जाते हैं,
उन्हें लूटने के लिए 
अंधाधुंध दौड़ते हैं,
लड़ते हैं, झगड़ते हैं.

दरअसल यह पागलपन 
पतंग उड़ाने के लिए नहीं.
बेसहारा पतंगों को 
हासिल करने के लिए होता है.

तभी तो इस आपाधापी में 
अक्सर पतंगें तार-तार हो जाती हैं,
जिसके भी हाथ लगती हैं,
पूरी नहीं लगतीं.

5 टिप्‍पणियां:

  1. वाह !आवारापन पर करारा प्रहार
    सादर

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  2. आपकी लिखी रचना "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" शुक्रवार 16 अगस्त 2019 को साझा की गई है......... "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!

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  3. कटी पतंग की व्यथा को उद्धृत करती बेहतरीन रचना।
    तभी तो इस आपाधापी में
    अक्सर पतंगें तार-तार हो जाती हैं,
    जिसके भी हाथ लगती हैं,
    पूरी नहीं लगतीं.
    👌👌👌👌

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