tag:blogger.com,1999:blog-1530122929420485531.post7836632544567554457..comments2024-03-27T22:49:14.200-07:00Comments on कविताएँ : १८९. मेहमान Onkarhttp://www.blogger.com/profile/15549012098621516316noreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-1530122929420485531.post-89051729992583682182016-11-06T20:50:57.399-08:002016-11-06T20:50:57.399-08:00बहुत सुंदर रचना। आम vs ख़ासबहुत सुंदर रचना। आम vs ख़ासM VERMAhttps://www.blogger.com/profile/10122855925525653850noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1530122929420485531.post-50022981427993182932016-11-06T03:30:03.651-08:002016-11-06T03:30:03.651-08:00आपकी लिखी रचना "पांच लिंकों का आनन्द में"...<i><b> आपकी लिखी रचना "पांच लिंकों का आनन्द में" सोमवार 07 नवम्बर 2016 को लिंक की गई है....<a href="http://halchalwith5links.blogspot.in" rel="nofollow"> http://halchalwith5links.blogspot.in </a>पर आप भी आइएगा....धन्यवाद! </b></i>yashoda Agrawalhttps://www.blogger.com/profile/05666708970692248682noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1530122929420485531.post-68693436332791930652015-11-01T09:13:15.634-08:002015-11-01T09:13:15.634-08:00ख़ास लोगों के कारण आम ज़िन्दगी यूँ ही तबाह होती है. ...ख़ास लोगों के कारण आम ज़िन्दगी यूँ ही तबाह होती है. बहुत अच्छी रचना.डॉ. जेन्नी शबनमhttps://www.blogger.com/profile/11843520274673861886noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1530122929420485531.post-85426953864374103092015-11-01T00:00:55.518-07:002015-11-01T00:00:55.518-07:00सुंदर !सुंदर !सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1530122929420485531.post-18823316941809628332015-10-31T23:44:44.130-07:002015-10-31T23:44:44.130-07:00वाह बहुत ही बढि़या। सुंदर रचना।वाह बहुत ही बढि़या। सुंदर रचना।जमशेद आज़मीhttp://www.kanafusi.comnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1530122929420485531.post-52693835793605451372015-10-31T22:22:04.625-07:002015-10-31T22:22:04.625-07:00बहुत ख़ूब। ख़ास के लिए आम की परवाह करता कौन है।बहुत ख़ूब। ख़ास के लिए आम की परवाह करता कौन है।Himkar Shyamhttps://www.blogger.com/profile/18243305513572430435noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1530122929420485531.post-5504374464756374302015-10-31T05:24:06.187-07:002015-10-31T05:24:06.187-07:00आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल रविवार (01-...आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल रविवार (01-11-2015) को <a href="http://charchamanch.blogspot.in/" rel="nofollow"> "ज़िन्दगी दुश्वार लेकिन प्यार कर" (चर्चा अंक-2147) </a> पर भी होगी।<br />--<br />सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।<br />--<br />चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।<br />जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।<br />हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।<br />सादर...!<br />डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.com