tag:blogger.com,1999:blog-1530122929420485531.post2312831330410835838..comments2024-03-27T22:49:14.200-07:00Comments on कविताएँ : ४५४. घर Onkarhttp://www.blogger.com/profile/15549012098621516316noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-1530122929420485531.post-25068606126638811282020-07-12T11:45:13.731-07:002020-07-12T11:45:13.731-07:00क्योंकि घर के किचन के बाहर
उस औरत का कोई घर नहीं ...क्योंकि घर के किचन के बाहर <br />उस औरत का कोई घर नहीं था. ये बात तो नश्तर सरीखी लिख आपने कविवर ! निशब्द हूँ ! रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1530122929420485531.post-51221935687495937692020-07-08T11:49:39.018-07:002020-07-08T11:49:39.018-07:00बहुत सुंदर और दर्द भी!बहुत सुंदर और दर्द भी!Roli Abhilashahttps://www.blogger.com/profile/07841147409129580434noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1530122929420485531.post-35736230979375342272020-07-07T09:07:45.706-07:002020-07-07T09:07:45.706-07:00क्या बात ... घर के किचन से बाहर उसने देखा कहाँ था ...क्या बात ... घर के किचन से बाहर उसने देखा कहाँ था ... <br />बहुत गहरी बात ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1530122929420485531.post-76082596421118299022020-07-07T08:08:40.523-07:002020-07-07T08:08:40.523-07:00उम्मीद है,
जल्दी ही वह औरत
ताज़ी हवा को
महसूस कर...उम्मीद है, <br />जल्दी ही वह औरत <br />ताज़ी हवा को <br />महसूस करने का <br />रास्ता ढूंढ लेगी । <br />हवादार खिड़कियां<br />खुली रखेगी ।<br /><br />और जिनके लिए<br />दिन रात एक कर <br />रसोई बनाती है, <br />वो भी एक दिन<br />उसे रास्ता देंगे ।<br />खिड़की दरवाज़े<br />खुले रहने देंगे ।नूपुरं noopuramhttps://www.blogger.com/profile/18200891774467163134noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1530122929420485531.post-18649928394478408132020-07-07T00:03:07.839-07:002020-07-07T00:03:07.839-07:00आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल बुधवार (08-07-2020)...आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल बुधवार (08-07-2020) को <a href="http://charchamanch.blogspot.com/" rel="nofollow"> "सयानी सियासत" (चर्चा अंक-3756) </a> पर भी होगी। <br />--<br />हार्दिक शुभकामनाओं के साथ। <br />सादर...! <br />डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' <br />--डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1530122929420485531.post-79440887398056711522020-07-06T21:34:06.239-07:002020-07-06T21:34:06.239-07:00आपकी लिखी रचना "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में&q...<i><b> आपकी लिखी रचना "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" आज मंगलवार 07 जुलाई 2020 को साझा की गई है....<a href="https://mannkepaankhi.blogspot.com/" rel="nofollow"> "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" पर </a>आप भी आइएगा....धन्यवाद! </b></i>दिव्या अग्रवालhttps://www.blogger.com/profile/17744482806190795071noreply@blogger.com