tag:blogger.com,1999:blog-1530122929420485531.post1866937451511110687..comments2024-03-27T22:49:14.200-07:00Comments on कविताएँ : ३८१. खेल Onkarhttp://www.blogger.com/profile/15549012098621516316noreply@blogger.comBlogger12125tag:blogger.com,1999:blog-1530122929420485531.post-15240747976215833612019-09-23T19:30:02.349-07:002019-09-23T19:30:02.349-07:00बहुत शानदार प्रस्तुति।
छीना-झपटी में जब
पतंग फट ज...बहुत शानदार प्रस्तुति।<br />छीना-झपटी में जब <br />पतंग फट जाती है,<br />ज़मीन पर गिर जाती है,<br />तो उसके लिए मचल रहे बच्चे <br />उसे पांवों से कुचलकर <br />हँसते हुए आगे बढ़ जाते हैं.<br />गहरा दर्शन।<br />मन की वीणाhttps://www.blogger.com/profile/10373690736069899300noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1530122929420485531.post-88261028682589613462019-09-23T10:08:43.116-07:002019-09-23T10:08:43.116-07:00बहुत गहन और सुंदर प्रस्तुति।बहुत गहन और सुंदर प्रस्तुति।Kailash Sharmahttps://www.blogger.com/profile/12461785093868952476noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1530122929420485531.post-14078155535459684462019-09-23T07:38:47.126-07:002019-09-23T07:38:47.126-07:00गहन विचार सहजता से प्रकट करना एक असाधारण प्रतिभा ह...गहन विचार सहजता से प्रकट करना एक असाधारण प्रतिभा है ।<br />अप्रतिम अभिव्यक्ति सतसैया के दोहरे ज्यों नावक के तीर ।मन की वीणाhttps://www.blogger.com/profile/10373690736069899300noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1530122929420485531.post-88471558533939153102019-09-22T18:58:48.660-07:002019-09-22T18:58:48.660-07:00छीना-झपटी में जब
पतंग फट जाती है,
ज़मीन पर गिर जात...छीना-झपटी में जब <br />पतंग फट जाती है,<br />ज़मीन पर गिर जाती है,<br />तो उसके लिए मचल रहे बच्चे <br />उसे पांवों से कुचलकर <br />हँसते हुए आगे बढ़ जाते हैं... बेहतरीन सृजन आदरणीय <br />सादर अनीता सैनी https://www.blogger.com/profile/04334112582599222981noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1530122929420485531.post-17153730488559970172019-09-22T18:33:31.342-07:002019-09-22T18:33:31.342-07:00दार्शनिक अभिव्यक्ति।
सादरदार्शनिक अभिव्यक्ति।<br />सादरdr.sunil k. "Zafar "https://www.blogger.com/profile/13096911048421117572noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1530122929420485531.post-84960214116003844042019-09-22T06:52:24.713-07:002019-09-22T06:52:24.713-07:00पतंग की मौत
बच्चों के लिए एक खेल है,
इससे ज़्यादा ...पतंग की मौत <br />बच्चों के लिए एक खेल है,<br />इससे ज़्यादा और कुछ भी नहीं.<br />यह एक जीवन दर्शन है। कटी पतंग का फटी पंतग बनना तय है। जब तक हम अपने डोर से जुड़े हैं, तभी तक हमारी पहचान है और जहाँ स्वछंद हुये नहीं कि आकाश से धरातल पर आ गिरते हैं। यह स्थिति दूसरों के लिये तमाशा और हमारे लिये मौत ही है। <br />आश्रय का त्याग तो संत भी नहीं करता..।<br />सादर , व्याकुल पथिकhttps://www.blogger.com/profile/16185111518269961224noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1530122929420485531.post-75753292798462401062019-09-22T05:23:47.068-07:002019-09-22T05:23:47.068-07:00वाह बहुत गहरी बात..सुंदर भावाव्यक्ति। वाह बहुत गहरी बात..सुंदर भावाव्यक्ति। Sweta sinhahttps://www.blogger.com/profile/09732048097450477108noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1530122929420485531.post-32684587212740093372019-09-22T03:55:20.879-07:002019-09-22T03:55:20.879-07:00बहुत सुंदर रचनाबहुत सुंदर रचनाAnuradha chauhanhttps://www.blogger.com/profile/14209932935438089017noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1530122929420485531.post-80807266549790028272019-09-22T03:23:30.342-07:002019-09-22T03:23:30.342-07:00आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल सोमवार (23-09-2019)...आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल सोमवार (23-09-2019) को <a href="http://charchamanch.blogspot.in/" rel="nofollow"> "आलस में सब चूर" (चर्चा अंक- 3467) </a> पर भी होगी। <br />-- <br />सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है। <br />-- <br />हार्दिक शुभकामनाओं के साथ। <br />सादर...! <br />डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1530122929420485531.post-1927503207272989692019-09-21T22:54:42.152-07:002019-09-21T22:54:42.152-07:00बनाने वाले के लिए जिंदगी एक खेल ही तो है
उस के लिए...बनाने वाले के लिए जिंदगी एक खेल ही तो है<br />उस के लिए हम और कुछ नहीं।<br />सटीक।<br /><br /><br />पधारें <a href="https://rohitasghorela.blogspot.com/2019/09/blog-post.html" rel="nofollow">अंदाजे-बयाँ कोई और</a>Rohitas Ghorelahttps://www.blogger.com/profile/02550123629120698541noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1530122929420485531.post-45688073601040366122019-09-21T21:12:04.715-07:002019-09-21T21:12:04.715-07:00आपकी लिखी रचना "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में&...<i><b> आपकी लिखी रचना "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" आज रविवार 22 सितंबर 2019 को साझा की गई है.........<a href="https://mannkepaankhi.blogspot.com/" rel="nofollow"> "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" पर </a>आप भी आइएगा....धन्यवाद! </b></i>yashoda Agrawalhttps://www.blogger.com/profile/05666708970692248682noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1530122929420485531.post-47728927227187380512019-09-21T21:06:27.120-07:002019-09-21T21:06:27.120-07:00आपकी लिखी रचना "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में&...<i><b> आपकी लिखी रचना "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" आज रविवार 23 सितंबर 2019 को साझा की गई है.........<a href="https://mannkepaankhi.blogspot.com/" rel="nofollow"> "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" पर </a>आप भी आइएगा....धन्यवाद! </b></i>yashoda Agrawalhttps://www.blogger.com/profile/05666708970692248682noreply@blogger.com